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State Of U P vs Lalu @ Dinesh Ram

High Court Of Judicature at Allahabad|26 July, 2018
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JUDGMENT / ORDER

Court No. - 51
Case :- GOVERNMENT APPEAL No. - 492 of 2018 Appellant :- State Of U.P. Respondent :- Lalu @ Dinesh Ram Counsel for Appellant :- G.A.
Hon'ble Vipin Sinha,J. Hon'ble Ifaqat Ali Khan,J.
Heard Sri Arjun Kumar Singh, learned AGA appearing for the State on the application seeking leave to appeal against the judgement and order dated 15.12.2017 by means of which the accused-respondent has been acquitted of the offences under Sections 307 IPC.
We have also perused the findings as recorded by the court concerned.
Learned AGA has strongly pressed the application seeking leave to appeal by pressing the grounds taken in Clause b, c and f. Keeping in view the contentions and the arguments that have been raised at the bar of this Court and the learned AGA. The Court proceeds to examine the case.
It is apparent that at the place of occurrence there was no light and the victim was sleeping and at a distance from her two daughters were present. The injured is Tija Devi and the two daughters namely Vimla Devi has been examined as PW3 and Warish has been examined as PW5. While elaborating and discussing the testimony of PW3 and PW5, the Court has observed herein below:
"अभभिययोजन ककी ओर ससे मजरूबबा ततीजबा दसेवती ककी दयो पभपु त्रियबायां भवमलबा पती०डब्ललू०-3 व वबाररस पती०डब्ललू०-5 भिती परतीभक्षित हहयती हहै और उनकसे सम्बन्ध मम अभभिययोजन कबा यह कथन हहै भक दयोननों पपुभत्रियबायां भिती घटनबा कसे समय घटनबा स्थल ससे कपु छ दरती पर सयोयती हहयती थती और ततीजबा दसेवती कसे छटपटबानम व भचिलबानम ककी आवबाज पर जगती और उन्हनोंनम नसे भिती अभभियक्त कयो ममौकसे पर दसेखबा व पहचिबानबा परन्तपु भवमलबा दसेवती पती०डब्ललू०-3 व वबाररस पती०डब्ललू०-5 दयोननों ककी मपुख्यपरतीक्षिबा मम ऐसबा कयोई कथन नहहीं हहै भक उन्हनोंनसे ममौकसे पर अभभियक्त लबाललू उरर भदनसेश कयो मबारतसे हहयसे अथवबा ममौकसे ससे भिबागतसे हहयसे दसेखबा व पहचिबानबा। भवमलबा दसेवती पती०डब्ललू०-3 नसे मपुख्य परतीक्षिबा मम कसे वल यह कथन भकयबा हहै भक भदनबायांक 11/12 मई, 2015 ककी रबाभत्रि लगभिग 1.00 बजसे वह तथबा उसककी छयोटती बहन वबाररस बरबामदसे ससे सटसे बबाहर सयोयसे थसे। छटपटबानम व भचिलबानसे ककी आवबाज सपुनती थती। उसनसे जबागकर अपनती बहन कयो भिती जगबायबा और अपनती मबायां कसे पबास गयती तयो दसेखबा भक मबायां खलून ससे लथपथ हहै और चियोट लगती हहई हहै और दयो आदमती जजसमम एक आदमती मपुयांह बबायांधसे थबा और एक कबा मयांपुह खलबा थबा, छत कसे रबास्त ससे कलू दकर भिबाग गयबा। भचिलबानसे पर आस-पबास कसे लयोग भिती आ गयसे और ततीजबा दसेवती ककी हबालत बहहत गम्भितीर थती उससे लसेकर लबालगयांज सरबाकरती अस्पतबाल लसे गयसे। सबाक्षिती नसे आगसे यह बयबान भिती भदयसे हहै भक कपु छ भदन बबाद जब उसती मबायां कयो हयोश आयबा तयो बतबायबा भक लबाललू उरर भदनसेश नसे उससे मबारबा थबा। इस सबाक्षिती कसे मपुख्यपरतीक्षिबा कसे बयबाननों ससे यह स्थबाभपत हयो रहबा हहै भक सबाक्षिती नसे स्वययां लबाललू उरर भदनसेश कयो ममौकसे पर दसेखबा व पहचिबानबा नहहीं थबा बललक यह बबात उसककी मबायां नसे उसकयो बतबायबा थबा भक लबाललू उरर भदनसेश नसे उससे मबारबा हहै। इसती प्रकबार वबाररस पती०डब्ललू-5 नसे भिती अपनती मपुख्य परतीक्षिबा मम यह कथन भकयसे हहै भक घटनबा भदनबायांक 11/12.05.2014 ककी रबाभत्रि ककी हहै, वह तथबा उसककी बहन भवमलबा बरबामदबा कसे सबामनम बबाहर सयो रहती थती और मबायां ततीजबा दसेवती बरबामदसे मम तख्त पर सयोयती हहयसे थती। करतीब एक बजसे रबात मम ततीजबा दसेवती छटपटबा रहती थती, उनकसे छटपटबानम और आवबाज कयो सपुनकर बहन भवमलबा नसे उससे जगबायबा तयो टबाचिर जलबा कर दसेखसे भक मबायां खलून ससे लथपथ थती, वहहीं पर एक व्यभक्त खडबा थबा। शयोर व भचिलबानसे पर वह व्यभक्त सतीढती कसे दरवबाजसे छत पर गयबा और वहहीं ससे कलू द कर भिबाग गयबा। मबायां ककी हबालत बहहत गम्भितीर थती। भवमलबा, मबायां कयो गबायांव कसे कपु छ लयोगनों कसे सबाथ सरकबारती अस्पतबाल, लबालगयांज गयती। सबाक्षिती न आगसे यह बयबान भदयसे भक उसककी मबायां कयो ढबाई मबाह बबाद हयोश आयबा तयो उसककी मबायां नसे बतबायबा भक जमतीनती रजयां जश कसे कबारण लबाललू नम उससे कटबार ससे जबान ससे मबारनम ककी नतीयत ससे मबारबा थबा। अततः इस सबाक्षिती कसे बयबान ससे भिती यह स्थबाभपत हयो रहबा हहै भक सबाक्षिती नसे स्वययां घटनबा स्थल पर लबाललू उरर भदनसेश कयो मबारतसे हहयसे यबा भिबागतसे हहयसे न तयो दसेखबा न पहचिबानबा बललक ढबाई मबाह बबाद उसककी मबायां नसे उससे बतबायबा भक लबाललू उरर भदनसेश नसे उससे मबारबा। सबाक्षिती भवमलबा पती०डब्ललू०-3 भवमलबा दसेवती कसे बयबान मम घटनबा स्थल पर दयो व्यभक्तयनों कबा ममौकसे पर ममौजलूद हयोनम कबा कथन हहै जबभक वबाररस पती०डब्ललू०-5 कसे बयबाननों मम एक व्यभक्त कसे खडसे हयोनम ककी बबात आयती हहै मजरूबबा ततीजबा दसेवती पती०डब्ललू०-2 कसे वयबान मम भवमलबा व आशबा कसे बरबामदसे कसे बबाहर सयोनसे ककी बबात आयती हहै और सबाक्षिती नसे वबाररस कयो घटनबा कसे समय बरबामदसे कसे बबाहर सयोनसे कबा कथन नहहीं भकयबा हहै। सबाक्षिती कसे बयबान ससे यह भिती स्पष्ट हहै भक आशबा उसककी अन्य सबससे बडती लडककी हहै।"
It has further been observed from the findings recorded that as far as the DW1, Nanku Ram is concerned, he has denied the entire prosecution story. Relevant extracts are given herein below:
"बचिबाव पक्षि ककी तरर ससे नन्हकलू रबाम डती०डब्ललू०-१ पसेश हहयसे ह। इस सबाक्षिती नम अपनती मपुख्य परतीक्षिबा मम यह बबायबान भदयसे हहै भक ततीजबा दसेवती कसे बगल मम उसकबा मकबान हहै। ततीजबा दसेवती कबा दबामबाद रबाहहल हहै। रबाहहल ससे ततीजबा दसेवती ससे नहहीं पटतती हहै। क्यनोंभक ततीजबा दसेवती ककी लडककी वबाररस उरर वरबार जयो रबाहहल ककी पत्नती हहै उसकयो भवदबा नहहीं करतती। रबाहहल कसे सबाथ जबानम नहहीं दसेतती। इसजलयसे रबाहहल ससे उसससे हमसेशबा झगडबा हयोतबा थबा। ततीजबा कयो उसमम दबामबाद रबाहहल नसे मबार कर घबायल कर भदयबा थबा जजसकयो पलूरबा गबायांव जबानतबा थबा। भदनसेश उरर लबाललू नसे ततीजबा कयो नहहीं मबारबा थबा। ततीजबा दसेवती नसे लबाललू कयो रजर्जी रयां सबायबा हहै क्यनोंभक ततीजबा कसे खसेत कसे बगल मम लबाललू कबा खसेत हहै। ततीजबा दसेवती जबरदस्तती उसककी मसेड कबाट कर उसकसे खसेत मम बढतसे ह। जजस पर लबाललू मनबा करतबा थबा। इसती रजयां जश कयो लकसे र ततीजबा दसेवती व जयबरन नसे उसकयो रयां सबा भदयबा। अभभिययोजन सबाभक्षियनों कसे बयबाननों ससे भिती यह स्थबाभपत हयो रहबा हहै भक लबाललू उरर भदनसेश ककी वबादती मकदमबा जयबरन ससे रजयां जश हहै। अभभिययोजन सबाभक्षियनों नसे स्वययां अपनसे बयबाननों मम इस तथ्य कयो कहबा हहै। पती०डब्ललू०-२ ततीजबा दसेवती कसे बयबान ससे यह भिती स्थबाभपत हयो रहबा हहै भक उसकबा दबामबाद रबाहहल कयो उसकसे घर आनबा-जबानबा नहहीं थबा और रबाहहल कबा उसससे नहहीं पटतती थती। अन्य सबाभक्षियनों नसे यद्यभप इस बबात कयो छपु पबानम कबा प्रयबास भकयबा हहै। अततः पत्रिबावलती पर उपलब्ध सबाक्ष्य ससे इस बचिबाव कसे स कबा समथरन हयो रहबा हहै भक लबाललू उरर भदनसेश ससे जमतीन सम्बन्धती भववबाद कसे चिलतसे वबादती ककी पहलसे ससे रजयां जश थती तथबा मजरूब ततीजबा दसेवती कसे दबामबाद रबाहहल ससे उसकसे सम्बन्ध अच्छसे नहहीं थसे। घटनबा मध्य रबाभत्रि ककी घर कसे अन्दर ककी हहै, घटनबा ककी ररपयोटर घटनबा कसे दयो भदननों बबाद मजरूबबा ततीजबा दसेवती कसे पभत जयबरन कसे दबारबा दजर करबायती गयती हहै और उसकसे बयबाननों मम यह कथन हहै भक चिनबाव डलूटती पर सलूचिनबा भमलनसे कसे उपरबान्त वह घर आयबा और प्रधबान कसे लडकसे कसे तहरतीर जलखबाकर दती। अततः यभद ममौकसे पर ममौजलूद उसककी लडभकयबायां भवमलबा दसेवती व वबाररस उरर वरबार दबारबा भदनसेश उरर लबाललू कयो दसेखबा व पहचिबानबा जबातबा तयो भनलशचित रूप ससे वबादती कयो यह अवसर थबा भक वह भदनसेश उरर लबालसे कसे भवरूद नबामजद प्रथम सलूचिनबा ररपयोटर दजर करतबा परन्तपु प्रथम सलूचिनबा ररपयोटर अजबात मम दजर हहई हहै और पहलती बबार अभभियक्त कबा नबाम मजरूबबा ततीजबा दसेवती कसे बयबायननों मम आयबा हहै। बबाद मम भववसेचिनबाजधकबारती नसे भवमलबा व वबाररस कसे धबारबा 161 दयां०प्र०सयां० कसे बयबाननों मम भिती लबाललू उरर भदनसेश कयो ममौकसे पर दसेखनम व पहचिबाननसे कसे तथ्य कबा उलसेख भकयबा हहै तथबा गबायांव कसे अन्य व्यभक्तयनों कसे बयबाननों मम भिती लबाललू उरर भदनसेश कबा नबाम लबायबा गयबा हहै जबककी भकसती अन्य सबाक्षिती नसे अपनसे बयबान मम न्यबायबालय कसे समक्षि इस तथ्य ककी पपुभष्ट नहहीं ककी भक लबाललू उरर भदनसेश कयो ममौकसे पर घटनबा करतसे हहयसे यबा घटनबा कसे बबाद ममौकसे ससे भिबागतसे हहयसे भकसती नसे दसेखबा यबा पहचिबानबा थबा।"
Thus, in view of the testimony, the Court concerned has further observed that as far as the Tija Devi is concerned, Tija Devi was unconscious at the time of incident and subsequently she regained consciousness. She has implicated the name of the present appellant with the contention that he has assaulted her by means of Kataar. However, looking to the contradictions that one witness says that there was one person and the other says that there were two persons. The victim says that she was assaulted by a Kataar. However, the medical examination report does not support the case of the prosecution with regard to the nature of the weapon used and thus, the Court has concluded herein below:
"पत्रिबावलती पर उपलब्ध सबाक्ष्य कसे भवशलसेरण ससे स्पष्ट हहै भक घटनबा रबाभत्रि कसे समय ककी हहै और सबाभक्षियनों कसे बयबाननों ससे यह स्पष्ट हहै भक घटनबा कसे समय अयांधसेरबा थबा लबाईट नहहीं थती, टबाचिर ककी रयोशनती मम अभभियक्त कयो दसेखनम ककी बबात मजरूबबा ततीजबा दसेवती नम बयबान मम कहबा ह परन्तपु न तयो टबाचिर कब्जसे मम लती गयती और न हती इसककी कयोई रदर बनबायती गयती। मजरूबबा ततीजबा दसेवती कबा बयबान प्रसेरक व भवशवसनतीय नहहीं हहै। उसकसे दबारबा जजस प्रकबार घटनबा कबाररत हयोनबा बतबायबा जबा रहबा हहै उसससे सबाक्षिती कसे दबारबा हमलबावर कयो दसेखनसे व पहचिबाननसे कबा कथन भवशवसनतीयतबा कसे स्तर कबा नहहीं हहै और यह पररलभक्षित हयो रहबा हहै भक रबात कसे समय अजबात व्यभक्त कसे दबारबा चियोटम पहहयांचिबाई गयती और इस बबात ककी प्रबल सम्भिबावनबा हहै भक जमतीनती भववबाद कसे चिलतसे अभभियक्त कयो इस मबामलसे मम जलप्त भकयबा गयबा हयो। अततः सबाक्ष्य क भवशलसेरण ससे यह भनष्करर भनकलतबा हहै भक अभभिययोजन अपनती कसे स यभपु क्त- यक्त सन्दसेह ससे परसे सबाभबत करनम मम असरल रहबा हहै और अभभियक्त कयो सन्दसेह कबा लबाभि दसेतसे हहयसे धबारबा 307 भिबा०दयां०सयां० कसे आरयोप ससे दयोर मपुक्त भकयबा जबानबा न्यबाययोभचित हहै।"
It is also found that previous enmity also exists between the parties as admitted by Tija Devi.
In view of the aforesaid facts and circumstances of the case, it cannot be said that the view taken by the Court below is not possible and plausible thus the judgment of the court below cannot be interfered with by this Court only on account of the fact that another view is possible.
Learned A.G.A. has not been able to point out any illegality or perversity with the findings as recorded by the court below and thus it cannot be said that the view taken by trial court is a perverse view.
Thus in view of aforesaid consistent legal position as elaborated above and also in view of the fact that learned A.G.A. has failed to point out any illegality or perversity with the findings so recorded in the impugned order, no case for interference has been made out. No interference with the impugned judgment and order of acquittal is warranted. Accordingly the application seeking leave to appeal is rejected. Consequently, appeal is also dismissed.
Let a copy of this order be certified to the court concerned for necessary compliance.
The lower court record be sent back to the court concerned at the earliest.
Order Date :- 26.7.2018 P Kesari
Disclaimer: Above Judgment displayed here are taken straight from the court; Vakilsearch has no ownership interest in, reservation over, or other connection to them.
Title

State Of U P vs Lalu @ Dinesh Ram

Court

High Court Of Judicature at Allahabad

JudgmentDate
26 July, 2018
Judges
  • Vipin Sinha
Advocates
  • Ga