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  7. January

Saurabh Kevat @ Saurav vs State Of U P And Others

High Court Of Judicature at Allahabad|07 April, 2021
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JUDGMENT / ORDER

Court No. - 9
Case :- CRIMINAL MISC. WRIT PETITION No. - 1511 of 2021 Petitioner :- Saurabh Kevat @ Saurav Respondent :- State Of U.P. And 3 Others Counsel for Petitioner :- A.K. Mishra Counsel for Respondent :- G.A.
Hon'ble Sanjay Yadav,J. Hon'ble Prakash Padia,J.
Petitioner is prosecuted for offences under sections 363, 366, 376, 506, 342 Indian Penal Code, Section 3(2)(5) of The Scheduled Castes and Tribes (Prevention of Atrocities) Act, 1989 and Section 7/8 Protection of Children From Sexual Offences Act, 2012 vide a Case Crime no.0324 of 2017 registered at Police Station, Ahirauli Bazar, District Kushinagar Vide this petition under Article 226 of the Constitution of India, the petitioner seeks quahsment of first information report and direction to stay further proceeding.
The F.I.R., quashment whereof was sought records the following:-
"नकल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश तहरि$$ हिहन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश लिल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश लि त न्यायाल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश य अप$ सत्र न्यायाधीश न्यायाधी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश श (द्वी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश य) कु श ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नग$, स्थान-पड$ौना प्रकीर्ण प्रार्थना पत्र संख्या प्राथ ना पत्र न्यायाधीश संख्या-301/2017 प्रमाणिर्ण प्रार्थना पत्र संख्यात फोटो स$ोज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार देवी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बनाम कमल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ेश आहिद थाना अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ जिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा कु श ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नग$ प्राथ ना पत्र न्यायाधीश अन्तग त धा$ा 156(3) द०प्र०सं० श्री लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश मान् हिनवेदन है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद हिक प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश स$ोज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार देवी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पत्नी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बुनायदी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रसाद, सा०-मुज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारहना थाना अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ जिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा कु श ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नग$ की हिनवाजिसनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हूँ तथा अनुसूचित तथा अनुसूचि7त ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराचित की 7मा$ व ग$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ब महिहल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा हूँ तथा अनुसूचित प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के गॉव के $हने वाल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े कमल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ेश पुत्र न्यायाधीश $ामप्या$े व सत्यम् पुत्र न्यायाधीश $ामरुप सिंसह ग्राम ब$चिडहा, थाना अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के सहयोग व साजिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारश से सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया कवट पत्र न्यायाधीश सुवाष केवट ग्राम इटहिया के वट ग्राम इटहिहया,थाना गुल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हिहया, जिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा गो$ पु$ के सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया का बहनोई अरुण ने अपने बुआ अरुर्ण प्रार्थना पत्र संख्या ने अपने बुआ संगी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ता देवी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पत्नी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ाल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ग्राम स$पतही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश थाना नबुआे -नौ$हिं गया के घ$ गई अरुण ने अपने बुआ मे$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कु ० बबल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश उम्र 13 को श ादी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश का झांसा देक$ हिद० 26.04.2017 को सांय 4.30 बज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारे बहल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा फु सल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ाक$ मोट$ साई अरुण ने अपने बुआहिकल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश से गो$ पु$ मे पहल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े लिल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ये क्राट $ प$ भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियागा क$ ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े गये तथा उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया ने मे$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश को श ादी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश का झासा देक$ वह ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारान से मा$ने की धमकी देक$ उसके साथ ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारब$न दष्ु कम क$ता $हा ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारब इस बात की ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारानका$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया के माता-हिपता को हुई अरुण ने अपने बुआ तो मे$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के पास ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराक$ कहे हिक तुम नी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश 7 ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराचित की हो तुम हम ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ोगो के घ$ प$ नही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश $ह सकती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हो तुम अपने घ$ 7ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराओ तथा उक्त सौरभ ने भी अपने माता की बात मान ली तथा उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया ने भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियाी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश अपने माता की बात मान ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश काफी $ात हो ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराने के का$र्ण प्रार्थना पत्र संख्या प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश की पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश को $ोक लिल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ये तथा मे$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के सो ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराने के बाद उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया व उसके माता-हिपता व उसके बहनोई अरुण ने अपने बुआ ने आपस में बात बात-7ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश त क$ $हे थे हिक यह ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारब अपने घ$ ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारायेगी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश तो बात हिबगड ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराने का ड$ है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद इसको अभ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियाी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश दो ती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश न हिदन $ोको इसको कु छ न कुछ न कु छ न कुछ इन्तज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराम क$ना पडेगा प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश की पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ने उक्त सौरभ ने ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ोगो की बाते सुनक$ व उन ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ोगो की हिनयत भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियााप क$ वहा से वह अपनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारान ब7ाक$ हिकसी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश त$ह अपने मामा के घ$ आई अरुण ने अपने बुआ तो प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश को ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारानका$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश होने प$ मे$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ने आपबी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बतायी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश की पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हिमल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराने के बाद से उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया व अरुर्ण प्रार्थना पत्र संख्या ने मो०न० 7459059975 व मो०नं० 7991356679 से प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के मोबाइल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प$ त$ह-त$ह की धमकी दे $हे है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद तथा उक्त सौरभ ने सौ$भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहिया के साणिथयों ने भी पुत्री को अगवा कर जान से खत्न करने की धमकी दे ने भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियाी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश को अगवा क$ ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारान से त्न क$ने की धमकी दे $हे है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ने अपनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश को पाने से पूव कई अरुण ने अपने बुआ बा$ थाने प$ दौडती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश $ही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश , हिकन्तु कोई अरुण ने अपने बुआ काय वाही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नहीं होने पर उक्त की सूचना जरिये रजिस्ट्री होने प$ उक्त सौरभ ने की सू7ना ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाररि$ये $जिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारस्ट्र ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पुलिल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश स अधी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश क्षक कु श ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नग$ को हिदया वहाँ तथा अनुसूचित से भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियाी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कोई अरुण ने अपने बुआ काय वाही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश न होने प$ श्री लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश मान के समक्ष प्राथ ना पत्र न्यायाधीश दे $ही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हूँ तथा अनुसूचित अतः श्रीमान् जी से प्रार्थना है कि श्री लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश मान् ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश से प्राथ ना है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद हिक थानाध्यक्ष अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ को आदेणिश त क$ हिदया ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारावे हिक प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश की प्रथम सू7ना रि$पोट दज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार क$ मामल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े की हिववे7ना क$े तथा प्रगचित रि$पोट न्यायाल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश य मे प्रेहिष केवट ग्राम इटहियात क$े हिन०अ० स$ोज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार देवी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश sd अपठनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश य ह० हिद० 30.06.2017 प्रार्थिथनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश स$ोज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार देवी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश पत्नी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बुहिनयादी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रसाद सा० मज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारहना थाना अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ जिज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ा कु श ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश नग$ हिद० 30.06.2017 आदेश प्रा०प०-156(3)द०प्र०सं० स्वी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश का$ हिकया ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराता है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद थानाध्यक्ष अहिह०बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ को आदेणिश त हिकया ज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजाराता है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद हिक मामल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े मे प्रथम सू7ना रि$पोट दज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजार क$ हिववे7ना क$े प्रचितलिल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हिप आदेश so अहिह$ौल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश बाज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारा$ को सू7नाथ एवं आवश्यक काय वाही लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश हेतु प्रेहिष केवट ग्राम इटहियात HM/CM कृ पया उचि7त धा$ाओ तथा उक्त सौरभ ने भी अपने माता की बात मान ली मे अणिभ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियायोग पंज देवी बनाम कमलेश आदि थाना अहिरौली बाजारी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कृ त क$े अपठनी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश य ह० SO हिदनांक 11.10.2017 नोट- मैं HM ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश ाल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश 7न्द भ कवट पुत्र सुवाष केवट ग्राम इटहियाा$ती लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश FIR ल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश े क प्रमाणिर्ण प्रार्थना पत्र संख्यात क$ता हूँ तथा अनुसूचित हिक मे$े द्वा$ा टाई अरुण ने अपने बुआप श ुदा नकल तहरिर हिन्दी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश तह$ी लिखित न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश $ अक्ष$सः श्रीमान् जी से प्रार्थना है कि टाई अरुण ने अपने बुआप क$वाया गया है कि प्रार्थिनी सरोज देवी पत्नी बुनायदी प्रसाद ”
The statement of prosecutrix brought on record reveals that she is 14 years of age. Though an emphasis is led on behalf of the petitioner on the medical report to substantiate the contention that the prosecutrix being a major, the entire act is consensual. However taking into consideration the F.I.R. lodged by the prosecutrix and also statement made by her to police, we are not inclined to believe the story as put forth by the petitioner that he has been falsely implicated for the said offence. Furthermore, it is borne out from the record that the petitioner had earlier approached this Court under section 438 of the Code of Criminal Procedure, 1973 vide Criminal Misc. Anticipatory Bail Application U/s 438 Cr.P.C. No.9355 of 2020 wherein the learned Single Judge has declined to cause any indulgence and has rejected the application.
Reliance placed by the petitioner on a decision of Supreme Court in Criminal Appeal No.233 of 2021(arising out of SLP (Crl) No.112118 of 2019) (Sonu @ Subhash Kumar Vs. State of Uttar Pradesh and Another) decided on 01.03.2021 is of no assistance to the petitioner as the facts therein were different than the present case, this be evident from following observation by His Lordship :-
“11. Bearing in mind the tests which have been enunciated in the above decision, we are of the view that even assuming that all the allegations in the F.I.R. are correct for the purposes of considering the application for quashing under Section 482 of CrPC, no offence has been established. There is no allegation to the effect that the promise to marry given to the second respondent was false at the inception. On the contrary, it would appear from the contents of the FIR that there was a subsequent refusal on the part of the appellant to marry the second respondent which gave rise to the registration of the FIR. On these facts, we are of the view that the High Court was in error in declining to entertain the petition under Section 482 of CrPC on the basis that it was only the evidence at trial which would lead to a determination as to whether an offence was established.”
Be that as it may, as we do not perceive any commended cogent material evidence to doubt the veracity of the statement of prosecutrix, as regard to the report filed by the prosecutrix and also the statement made by her to the police, we are not inclined to cause any indulgence.
Consequently, petition fails and is dismissed. No costs.
Order Date :- 7.4.2021 Tamang (Prakash Padia,J.) (Sanjay Yadav,J.)
Disclaimer: Above Judgment displayed here are taken straight from the court; Vakilsearch has no ownership interest in, reservation over, or other connection to them.
Title

Saurabh Kevat @ Saurav vs State Of U P And Others

Court

High Court Of Judicature at Allahabad

JudgmentDate
07 April, 2021
Judges
  • Sanjay Yadav
Advocates
  • A K Mishra